प्रॉपर्टी डीलर या रियल स्टेट एजेंट कैसे बनें? Property Dealer & Real Estate Agent

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इस वक्त काफी मुश्किल दौर है ऐसे में लोगों को नौकरियां पाने में भी अच्छी खासी मुसीबत उठानी पड़ रही है। लोग कई तरह के कोर्स करने में जुटे हैं ताकि उन्हें कोई नौकरी मिल सके। वहीं जिन लोगों के पास नौकरी है वो भी अपनी नौकरी को बचाने की टेंशन में दिन-रात परेशान रहते हैं। ये ही वजह है कि अब लोग खुद का काम करने के सोच रहे है और ऐसे बिजनेस ऑप्शन ढूंढ रहे हैं जिनसे उनका घर भी चल सके और अच्छा-खासा पैसा भी बन सके। ये एक दम सही टाइम है जब आप अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। और ऐसे में एक बेहतर ऑप्शन है प्रॉपर्टी डीलर या रियल स्टेट एजेंट बनने का है


प्रॉपर्टी डीलर या रियल स्टेट एजेंट क्या होता है? 

सबसे पहले तो आप ये जान लीजिए कि आखिर प्रॉपर्टी डीलर कौन होता है. प्रॉपर्टी डीलर वो होता है जो मकान, दुकान, प्लैट, प्लॉट, जमीन का सौदा करवाता है या उसे किराए पर चढ़ाने में मदद करता है, दरअसल खरीदने और बेचने वाली पार्टियों के बीच डील करवाना प्रॉपर्टी डीलर का काम है वो इन दो पार्टियों के बीच बिचौलिए का काम करता है और इसके लिए उसे कमीशन मिलता है ये कमीशन हजारों से लेकर लाखों में हो सकती है।


प्रॉपर्टी डीलर की कमाई का अंदाज़ा उसकी डील पर निर्भर करता है जितनी महंगी प्रॉपर्टी होगी उतना ही डीलर का कमीशन बनता है जो कई बार लाखों में होता है। और अगर वो किराये पर किसी चीज़ को डील करता है तो वो उसमें दो महीने का किराया कमीशन के तौर पर लेता है। प्रॉपर्टी डीलर का कमीशन दोनों तरफ से बनता है जमीन बेचनेवाले की तरफ से भी और जमीन खरीदने वाले की तरफ से भी। प्रॉपर्टी डीलर की 2 प्रतिशत कमीशन फिक्स होती है।



प्रॉपर्टी डीलर का क्या क्या काम होते हैं

प्रॉपर्टी डीलर या एजेंट का काम प्रॉपर्टी को ढूंढना उसके मालिक से मिलना, ग्राहक का पता लगाना, दोनों पार्टियों की इसकी जानकारी देना, प्रॉपर्टी दिखाना, प्रॉपर्टी की देखभाल करना, प्लॉट पर बिल्डिंग बनवाना, डील फाइनल करके पेपर वर्क करवाना, किसी की प्रॉपर्टी को खरीदना उसका कागजात बनवाना, किरायेदारों की जानकारी जुटाना उनका एग्रीमेंट बनवाना, प्रॉपर्टी लोन दिलवाने में मदद करवाना, मकान व दुकान में बिजली-पानी की व्यवस्था देखना, हाउस टैक्स जमा करवाना, ये सभी काम एक प्रॉपर्टी डीलर के होते हैं । तो इस तरह से प्रॉपर्टी डीलर को प्रॉपर्टी से जुड़े हम मामले को संभालना होता है ।


प्रॉपर्टी डीलर कैसे बनें?

प्रॉपर्टी डीलर बनने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:


1. शिक्षा और तथ्य प्राप्त करें:

- अगर आप प्रॉपर्टी डीलर बनना चाहते हैं, तो पहले इस क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त करें। यह समझें कि निर्माण, बाजार, और नियमों के बारे में जानकारी कैसे प्राप्त की जा सकती है।


2. अनुभव हासिल करें:

- प्रॉपर्टी डीलिंग का काम अनुभव पर भी निर्भर करता है। आप अनुभव हासिल करने के लिए किसी अनुभवी प्रॉपर्टी डीलर के साथ काम कर सकते हैं या उनसे सलाह प्राप्त कर सकते हैं।


3. अनियमिती और प्रमाणपत्र:

- अपने क्षेत्र के अनुसार आवश्यक अनियमितियों और प्रमाणपत्रों का पूरा करें। इसमें व्यापार पंजीकरण, कर पंजीकरण, और अन्य स्थानीय नियमों का पालन शामिल हो सकता है।


4. संबंध बनाएं:

- इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए संबंध बनाना महत्वपूर्ण है। स्थानीय निर्माण समुदाय, बाजार व्यक्तियों, और अन्य डीलर्स के साथ संपर्क करें।


5. बाजार का अध्ययन करें:

- प्रॉपर्टी डीलिंग बाजार को समझने के लिए बाजार अध्ययन करें। विभिन्न इलाकों में रियल एस्टेट की मूवमेंट, मूल्य स्तर, और विभिन्न प्रकार की प्रॉपर्टी की मांग का अध्ययन करें।


6. मानक प्रॉपर्टी डीलिंग उपाधि प्राप्त करें:

- कुछ क्षेत्रों में, सम्मान्य प्रॉपर्टी डीलिंग उपाधियों की आवश्यकता होती है। इसे प्राप्त करने के लिए स्थानीय नियमों का पालन करें।


7. उच्च स्तरीय सेवा प्रदान करें:

- सफल प्रॉपर्टी डीलर बनने के लिए उच्च स्तरीय सेवा प्रदान करें और ग्राहकों के साथ ईमानदारी से काम करें।


ये कदम आपको एक सफल प्रॉपर्टी डीलर बनने की दिशा में मदद कर सकते हैं।



प्रॉपर्टी Dealing में कैसे कमायें ज्यादा मुनाफा?

प्रॉपर्टी Dealing में किस तरह Profit बनाया जाता है ये भी अपने आप में खास बात है प्रॉपर्टी डीलर के मुनाफा कमाने के तरीके को चार कैटगरी में बांटा गया है।


• मकान जिमें लोग रह रहे हैं

• कमर्शियल प्रॉपर्टी जैसे दुकान

• फैक्ट्री लगाने की जगह

• खाली जमीन


1. इन चारों तरह की प्रॉपर्टी में डीलर को कमीशन मिलता है। तो आपको हमेशा इस तरह की प्रॉपर्टी का ध्यान रखना होगा। और उनके लिए सही ग्राहक ढूंढने पड़ेंगे। आपको ग्राहक का पूरा ध्यान रखना होता है तो लिहाजा आप छुट्टी वाले दिन या संडे कि दिन ही प्रॉपर्टी दिखाने का काम करें।


2. कई बार ऐसा भी होता कि बेचने वाले और खरीदने वाली दोनों ही पार्टियों के बीच सौदा बन नहीं पाता दोनों ही अपनी किसी ना किसी शर्त पर अड़ जाते हैं तो ऐसे में आपको ही कुछ ऐसा करना की जरूरत होती है कि डील फाइनल हो जाए, और अगर आप ऐसा कर लेते हैं तो जो भी पार्टी आप से खुश होती है वो आपको अच्छा मुनाफा खुशी-खुशी दे देती है।



रियल स्टेट एजेंट क्या होता हैं? Real Estate Agent

प्रॉपर्टी डीलर आजकल रियल स्टेट एजेंट (Real Estate Agent) भी कहलाते हैं, इसके लिए आपको रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी में नाम रजिस्टर्ड करवाना पड़ता है जिसे RERA कहा जाता है। रियल स्टेट एजेंट बनते ही आपके काम करने का दायरा ऑटोमैटिकली बढ़ जाता है। इसके लिए आपको RERA की वेबसाइड पर जाकर उस राज्य का नाम सर्च करना होता है जहां आप रह रहे हैं या जहां से आप खुद को रजिस्टर करवाना चाहते है जैसे अगर आप उत्तरप्रदेश में है तो आपको UP RERA लिख के सर्च करना होगा, जो सरकारी वेबसाइड आपके सामने खुलती है उसके सारे निर्देशों का पालन करें, और रियल स्टेट एजेंट बनने का आवेदन पत्र भरें, इसी तरह से आपके अपने राज्य के नाम के आगे RERA लिख कर आप  अपने राज्य में अपना नाम भी रजिस्टर करवा सकते हैं। आपको इसके लिए शुल्क भी चुकाना पड़ता है जो हर राज्य में अलग-अलग होता है। और इसी के साथ आप RERA के साथ एक प्रॉपर्टी डीलर के तौर पर पंजीकृत हो जाते हैं।


छोटा सा ऑफ़िस खोलें Important Point

आपको एक छोटा सा ऑफिस खोलने की भी जरुरत होगी जहां आप अपनी मीटिंग कर सकते हैं साथ ही लोग वहां आके आप से पर्सनली भी मिल सकते हैं। कोशिश करें की ये ऑफिस किसी मेन मार्किट के आस-पास हो जहां आते-जाते लोगों की नज़र आपके ऑफिस पर पड़े, ताकि जब भी किसी को कोई जरुरत पड़े तो वो आसानी से आपके पास आ सके, अपने ऑफिस में खूबसूरत बनाएं जहां हर मिडिल क्लास से लेकर हाई प्रोफाइल पार्टी भी आ जा सके और खुद को सहज महसूस कर सके।


FAQs - पूछे जाने वाले सवाल


प्रॉपर्टी डीलर बनने के लिए कितनी पढ़ा-लिखा होना जरूरी है?

उत्तर. वैसे तो इस काम के लिए ज्यादा पढ़ाई लिखाई की जरुरत नहीं होती लेकिन अगर आप अपने बिजनेस को बड़े लेवल पर ले जाना चाहते हैं और चाहते हैं कि आप बड़ी-बड़ी डील करें तो आपको ग्रेजुएशन तो करनी ही चाहिए साथ ही अपना कम्युनिकेशन बेहतर बनाना चाहिए।


प्रॉपर्टी डीलर बनने के लिए किसी तरह का लाइसेंस की जरुरत होती है ?

उत्तर. नहीं प्रॉपर्टी डीलर को किसी तरह के लाइसेंस की जरूरत नहीं होती, लेकिन अगर आप रजिस्टर्ड रियल स्टेट एजेंट बनना चाहते हैं तो आपको RERA में अपना आवेदन भरना होगा।


प्रॉपर्टी डीलर का लाइसेंस कैसे मिलता है?

प्रॉपर्टी डीलिंग का लाइसेंस लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति या संगठन को फॉर्म-ए भरकर कलेक्टर को आवेदन करना पड़ता है। आवेदन के लिए डोमिसाइल, 4 फोटो, अंगुठे का निशान, कैरेक्टर सर्टिफिकेट आदि प्रमाण पत्र लगाना जरूरी होता है। इसके अलावा, 2 गारंटर व फीस का चालान लगाया जाता है।


फ्लैट कितने साल तक चलता है?

भारत में आम तौर पर फ्लैट 99 साल की लीज़ पर बेचे जाते हैं. इसका मतलब है कि खरीदार को फ्लैट का मालिकाना हक सिर्फ 99 साल के लिए होता है. 99 साल की अवधि के बाद जमीन का मालिकाना हक मूल मालिक को वापस चला जाता है. अगर लीज अवधि खत्म होने से पहले ही इमारत ढह जाए तो जितने गज जमीन पर उस फ्लैट/टावर का निर्माण किया गया होता है


रियल एस्टेट में क्या क्या आता है?

भूमि तथा उसके उपर स्थित भवन आदि को सम्मिलित रूप से स्थावर सम्पदा (Real estate) कहते हैं। इसमें प्राकृतिक संसाधन जैसे फसलें, खनिज, जल, अचल सम्पत्तियाँ आदि भी सम्मिलित हैं। इसको हिन्दी में भूमि-भवन, भू-सम्पदा, अचल सम्पदा, जमीन-जायजाद आदि नामों से भी जाना जाता है।


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